श्री कौशल नंदन रामलीला कमेटी की ओर से नगर कौंसल के मैदान में किए जा रहे रामलीला मंचन की 15वीं संध्या में कलाकारों ने श्रीराम-कुंभकरण व लक्ष्मण-मेघनाथ युद्ध प्रसंग का मंचन किया।कुंभकरण व श्रीराम का भीषण युद्ध शुरू होता है। अंत में श्रीराम कुंभकरण का वध कर देते हैं तथा लक्ष्मण श्रीराम का आशीर्वाद लेकर मेघनाद से युद्ध करने के लिए आते हैं। युद्ध में मेघनाथ लक्ष्मण के ऊपर ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर उन्हें मूर्छित कर देता है।विभीषण की सलाह पर लंका से सुशेन वैद्य को लाया जाता है। वह हिमालय से संजीवनी बूटी लाने को कहते हैं। हिमालय पर पहुंच कर हनुमान जड़ी-बूटी को पहचान नहीं पाते तो पूरा पहाड़ ही ले आते हैं। संजीवनी बूटी से लक्ष्मण होश में आ जाते हैं।
कादियां रामलीला मंचन की 15वीं संध्या में श्रीराम ने किया कुंभकर्ण का वध तो मेघनाथ ने किया लक्ष्मण को ब्रह्मास्त्र से मूर्क्षित
श्री कौशल नंदन रामलीला कमेटी की ओर से नगर कौंसल के मैदान में किए जा रहे रामलीला मंचन की 15वीं संध्या में कलाकारों ने श्रीराम-कुंभकरण व लक्ष्मण-मेघनाथ युद्ध प्रसंग का मंचन किया।कुंभकरण व श्रीराम का भीषण युद्ध शुरू होता है। अंत में श्रीराम कुंभकरण का वध कर देते हैं तथा लक्ष्मण श्रीराम का आशीर्वाद लेकर मेघनाद से युद्ध करने के लिए आते हैं। युद्ध में मेघनाथ लक्ष्मण के ऊपर ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर उन्हें मूर्छित कर देता है।विभीषण की सलाह पर लंका से सुशेन वैद्य को लाया जाता है। वह हिमालय से संजीवनी बूटी लाने को कहते हैं। हिमालय पर पहुंच कर हनुमान जड़ी-बूटी को पहचान नहीं पाते तो पूरा पहाड़ ही ले आते हैं। संजीवनी बूटी से लक्ष्मण होश में आ जाते हैं।