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अडानी हिंडनबर्ग केस में क्या हुआ ? – ओपेनियन

नमस्कार मैं जसबीर इस समय सब लोग यही सवाल पूछ रहे हैं कि अडानी हिंडनबर्ग केस में क्या हुआ। भारत की स्टॉक मार्केट लगातार गिरती जा रही है। और कितना गिरेगी, क्या कोई क्रैश आ जायेगा। वॉशिंगटन पोस्ट का एक आर्टिकल है, ये लोग कह रहे हैं ये जो बिज़नेस एम्पायर हैं एशिया के सबसे अमीर इंसान का तो इनका जो बिज़नेस अंपायर है इस पर आरोप लगा है फ्रॉड का, क्योंकि अमेरिकन कंपनी हिंडनबर्ग ने यह कह दिया के अडानी ग्रुप में ये लोग मनी लॉन्डरिंग करते है।

ये लोग गलत तरीके से अपने फाइनेंस मेंटेन करते हैं। और इस कंपनी में बहुत सारी गलत बातें हो रही है। इनके शेयर बेचकर भाग जाओ, सब कुछ बेच दो इनके शेयर गिरने वाले है। यह सब का है हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में, और इसका असर सीधे मैंने ये देखा की गौतम अडानी जो एक टाइम पर फोर्ब्स मैगजीन की लिस्ट में अमीरों की लिस्ट में नंबर 3 पे थे अब ये आ चूके हैं नंबर 7 पर और जो फॉल हुआ ह। गौतम अडानी की वेल्थ (सम्पति) का ये स्ट्रगलिंग है अब देखो नंबर 1 पे बर्नाड और इनकी फैमिली 214 बिलियन डॉलर की टोटल नेटवर्थ है। नंबर 2 पे फिर नीचे 6 नंबर में बिल गेट्स, फिर गौतम अडानी इनके साथ इनका जो टोटल वेल्थ(सम्पति) है ना इसमें कुछ ही दिनों में देखा गया है । 19% की गिरावट हुई है 22 बिलियन डॉलर्स की इनकी टोटल जो वेल्थ है।

ऐसा नहीं है की बैंक में पैसे पड़े हुए थे, वो मिट गए इनकी जो ये नेटवर्थ निकाली जाती है, उसमें इनके शेयर भी शामिल होती है तो ग्रुप के शेयर पिटे हैं , तो इनकी जो वेल्थ (सम्पति) थी वो भी कम हो गई है। और अब जिस तरीके से गिरावट चल रही है, कई अनलेसस ये कह रहे है कि, कोई बड़ी बात नहीं है। गौतम अडानी इनके नीचे भी गिर जाये तो सिर्फ 13 बिलियन डॉलर्स का डिफरेन्स है दोनों में अब आप यहाँ पर पूछोगे, क्या अडानी कंपनी के जो शेर है जो ग्रुप के शेर हैं लगातार गिरते जा रहे हैं 30% की गिरावट देखने को मिली है और गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही। अब के शेयर गिर रहे हैं साथ में इंडिया के स्टॉक मार्केट को भी लेकर गिर रही है। हर तरफ आपको रेड दिख रहा है स्टॉक्स लगातार गिर रहे हैं ब्लड बाथ चल रहा है लाल 20% डाउन इसका रीज़न क्या है? देखिये इंडिया के जो अभी के लिए सबसे अमीर इंसान हैं ।


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गौतम अडानी इन पर अमेरिका की एक प्राइवेट फर्म हिन्डरबर्ग रिसर्च इसने आरोप लगाया के इतिहास का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट फ्रॉड स्कैम इतिहास का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट फ्रॉड करके बैठे हैं। और इनके हिसाब से हिंडेनबर्ग के हिसाब से इनके पास सारे सबूत है। कि ये सब फ्रॉड कैसे हुआ। दुनिया में इशू आने वाले ह। अब आप पूछोगे अडानी ग्रुप की कंपनियों में ऐसा क्या खोज निकाला। इनका पहला तो इश्यू ये है कि ग्रुप की जो ग्रोथ हैं। ये अननैचरल है इनकी कई कंपनियां हैं दो 3 साल में आप अगर देखो तो 900% 1300% 1400% 2000% भी ऊपर उठी है। ऐसी ग्रोथ ना आप नैचरल तरीके से नहीं ला सकते हैं। इनके हिसाब से कंपनी में धांधली हो रही है। ये कहते हैं कि इनकी जो कंपनियां हैं ये डबब्ल है हिंडनबर्ग ग्रुप के हिसाब से अडानी ने कैसे करके बहुत सारा लोन लिया है।

बैंको को मना लिया की मुझे लोन देते रहो और इसलिए आप देखोगे इनकी कई कंपनियां हैं। जिनका टोटल नेट दैट इंडस्ट्री से दुगना मिलेगा उदारहरण के लिए अदानी ग्रीन एनर्जी ह। अब जो काम ये कंपनी करती है इनके सेक्टर में जो बाकी कंपनियां करती हैं। उनके यहाँ अगर नेट ऐवरेज हुई 6.3 की तो इसकी हैं 12.1 की मतलब के दुगना कर ले रखा है वैसे ही, आप देखो कहीं और कंपनी आपको मिले गी एंटरप्राइज़ उसके अलावा अडाणी पोर्ट्स ये जो सारी कंपनियां हैं । ग्रुप के हिसाब से ये बगल में बैठी हुई है बहुत सारा कर्ज ले रखा है और इन्होंने अडानी ग्रुप की जो कई फॉर्मर एंप्लॉयीज थी उनकी स्टेटमेंट भी यहाँ पर डाली ट्विटर पे इन्होंने पूरा खुलासा किया और उस खुलासे में इन्होंने ये स्टेटमेंट भी डाली जहाँ पर अडानी ग्रुप के कई फॉर्मर एंप्लॉयी कह रहे हैं ये सारी जो ग्रोथ की इट्स ऑल ऑफ यू वुड बी दैट उदार तो बहुत सारा उधार लिया। दिक्कत यह भी है कि कंपनी के फनैन्स के साथ हो क्या रहा हैं। पैसा आ कहाँ से रहा है। कितना टैक्स दे रहे है।

असली वैल्यू कितनी है इसके बारे में किसी को सही से पता नहीं है। क्योंकि हिंडेनबर्ग रीसर्च ये भी कहती है। ये जो चार्टर्ड अकाउंटेंट्स हैं ये गुमनाम से अकाउंटेन्ट्स है इनकी ना कोई वेबसाइट हैं , ना इनके बारे में कोई जानता है। तो इसलिए भी हिंडनबर्ग रिसर्च कह रहा है के अगर हिसाब से इनके अंदर कही ना कही मनी लॉन्ड्रिंग या फिर फ्रॉड चल रहा है। अगर आप सोच रहे हैं कि हिंडनबर्ग यहाँ पे रुक गया, नहीं हिंडनबर्ग ने आगे फिर यही बताया कि अटॉर्नी ग्रुप में जो टॉप लेवल पे लोग बैठे है ना वो बहुत सारे लोग, अडानी फैमिली के ही लोग है आप अगर घूम फिर के देखो तो ये फैमिली बिज़नेस ही लगता है।

क्योंकि गौतम के जो भाई है राजेश अडानी जो आज के समय सँभालते हैं एक बहुत ही इम्पोर्टेन्ट के रूप में इनका हो चुका है दोबारा रेस्ट और बाद में इन्होंने एक लंबी लिस्ट दिखाई है की अडानी फैमिली में कई इनके फैमिली मेंबर रहे हैं जिनको कहीं ना कहीं गिफ्तार किया गया टैक्स फ्रॉड के जुर्म में या फिर किसी और जुर्म में और आज के समय ये लोग इस ग्रुप को लीड कर रहे हैं। अब ये सब आरोप जब लगा दिए है। उसके बाद अडानी ग्रुप ने ये कहा है कि हिंडेनबर्ग के जो सारे आरोप है यह सब गलत है, यह अदानी ग्रुप का एफपीओ डिस्टर्ब करना चाहते हैं। एफ पीओ आपको पता होगा फॉलोअर पब्लिक ऑफरिंग अडानी ग्रुप का टारगेट था के 20 से 22,000 करोड़ रुपये ये मार्केट से और उठाएंगे। अपने शेर ऑफर करके मगर जो ये की जो रिपोर्ट आई है उसने अडानी ग्रुप के जो ये प्लैन्स है उनको बड़ा झटका पहुंचाया है।


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अब आप यहाँ पर पूछोगे इस सब में हमारा क्या इंडियन्स इन्वेस्टर्स हमें क्यों डरना चाहिए। देखो अगर आपने अडानी ग्रुप की कंपनियों में पैसे लगा रखे थे तो, आपका लॉस हो चूका होगा, तो मुझे कुछ ज़रा बताने की आवश्यकता है नहीं आपको कि, अब क्या होगा आपका काफी नुक्सान हो चूका होगा। ये कंपनी की वैल्यूएशन गिर चुकी ह। आगे मुझे पता नहीं कि कंपनियां कितना गिरेगी क्या होगा। वो हमको देखना होगा भविष्य में ये क्या हिंडेनबर्ग के जो आरोप है ये 100% सच है या फिर नहीं निजी टूर से आप मुझसे पूछें मैं तो उम्मीद यही करूँगा की अडानी ग्रुप में कुछ खराब चीज़ ना चल रही हो, क्योंकि इंडियन इकॉनमी के लिए यह बड़ा खराब काम हो जाएगा क्योंकि देखो अडानी ग्रुप को ना बहुत सारे इंडियन बैंक्स ने उधार दे रखा है।

टोटल जो ग्रुप का ये 2,00,000 करोड़ के आसपास का आपको मिलेगा उसमें से 81,000 करोड़ तो दे रखा है इंडियन बैंक्स ने, अब ये रकम कम होता नहीं है पहले हमारे बैंक से एक डिजास्टर से बाहर निकले है। और कई रिपोर्ट्स कह रही है के इंडियन बैंक्स में इतनी आज के समय क्षमता है। कि कल को अडानी ग्रुप में कुछ गडबड हो भी जाती है तो इंडियन बैंक स्ट्रांग रहेंगे ? अगर प्रॉब्लम देखो ये हो जाएगी, मान लो हाइपोथेटिकल स्पीक इन ज्ञान मैं कहूंगा। मैं तो यही चाहूंगा की हालात सारी अंदर ठीक ठाक रह। और अडानी ग्रुप में कोई धांधली ना हो रही हो, मगर मान लीजिये जैसे ये कह रहा है अगर ऐसा हो जाता है तो उससे इंडियन स्टॉक मार्केट में जो विदेशी निवेशक है उनका भरोसा उठ जाएगा वो कहेंगे क्या कंपनी ऐसी होती है खोखली बहार से कुछ दिखाते हैं अंदर कुछ होता है।

तो इंडियन स्टॉक मार्केट ठीक ठाक गिर सकती है। ये खतरा बना रहेगा, और फिर वैसे अगर हम बात करें म्यूचुअल फंड की देखिये म्यूचुअल फंड में तो मुझे लगता नहीं है सीधे इतना लॉस होगा क्योंकि अब दिलचस्प बात है भारत के जो डोमेस्टिक म्यूचुअल फंड है ना वो अडानी कंपनियों के शेयर से दूर ही रहें। अडानी कंपनियों के शेयर खूब उठे हैं जिंस आदमी ने अडानी ग्रीन्स का शेर सही टाइम पे ले लिया होगा उसने बहुत सारा पैसा कमाया होगा। आपके सामने 2000% ऊपर उठे हैं मगर तब भी जो म्यूचुअल फंड्स है। वहाँ पे आप देखो तो जो इनका टोटल निवेश है बहुत कम है कहीं पे 1% कहीं पे 2% वो भी 5 है।

जहाँ पे आपको मिलेगा कुछ निवेश तो मुझे लगता नहीं है की म्यूचुअल फंड में कोई बड़ा लॉस किसी को होने वाला है , मगर मैं यहाँ पे आपको एक और पक्ष भी दिखाना चाहता हूँ अभी के लिए तो मैंने आपको दिखा दिया कि हिंडनबर्ग क्या कह रहा है अडानी क्या कह रहा है अब थोड़ा सा ये भी जान लो कि अडानी ना किस तरीके से इंडिया से बाहर भी निकलने की कोशिश कर रहा है अडानी ग्रुप कोशिश कर रहा है की इनके वर्चस्प दुनिया भर में बने और अडानी एक ग्लोबल कंपनी बने अडानी ग्रुप के पास ऑलरेडी इंडिया में बहुत सारे पोर्ट्स है |


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मगर इंटरनैशनली भी अब ये बहुत सारे पोर्ट्स खरीद ने की बात कर रही है ग्रुप का टारगेट ये है कि 2030 तक यह दुनिया के टॉप पोर्ट ऑपरेटर बन के दिखाए इतना पैसा जो सारा आपके लोग उधार लिया है लिक्विडिटी इनके पास पड़ी है पैसा है इनके पास तो ये पोर्ट्स परचेस कर सकते हैं इन्होंने ये करके दिखाया था आपको याद होगा इजराइल में हाइफा पोर्ट बिकने वाला था चाइना की कंपनी पीछे पड़ी थी। के ये इसको खरीदेंगे। अंत में इंडिया के अडानी कंपनी आ गयी और ये इजराइल का जो बहुत ही आवश्यक पोर्ट है ये खरीद लिया उसी तरीके से ये दुनिया भर में अब ऐसेट्स परचेस कर रहे हैं |

देखो मैं ये नहीं कहूंगा कि अडानी के पास कहीं से बहुत सारा पैसा या पैसा गायब हो रहा है नहीं ये लोग उसका बहुत सारा इन्फ्रास्ट्रक्चर परचेस कर रही है पोर्ट्स परचेस कर रही है एअरपोर्ट परचेस कर रही है और आप जानके हैरान होंगे जो एक इंडिया के लिए फ्रेंड्ली कंट्री नहीं है मगर अडानी ने टारगेट ये किया है। हिंडनबर्ग के अपने पॉइंट्स हैं वो अपनी जगह खड़े होते हैं अडानी ग्रुप को करना पड़ेगा के ये जो पॉइंट है वो कैसे काउंटर करेंगे। अगर इस टेस्ट से ये पास हो गए तो कोई दिक्कत नहीं है।

अडानी ग्रुप ने जो भी डेट ले रखा है वापस करने की क्षमता है या नहीं। अगर ये सारे आरोपों को अडानी ग्रुप झेल नहीं पाता तो कई सालों तक ये पीछे चले जाएंगे तो देखना होगा फ्यूचर में होता क्या है |

मैंने अपनी तरफ से बहुत ही न्यूट्रल पर्सपेक्टिव आपको बताने की कोशिश करी है दोनों साइड का अडानी का भी और वर्ग का भी। और आप सारे विशे के बारे में क्या सोचते हैं इसके बारे में मैं जानना चाहूंग। आप कमैंट्स कर के बता सकते हैं।

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