कादियां : एक ओर जहां दसवीं तथा बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की परीक्षाएं आरंभ हो चुकी हैं वहीं पंजाब में बिजली के लगातार लग रहे अघोषित कटों के कारण विद्यार्थी खासा परेशान नजर आ रहें।इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रसिद्ध समाजसेवी बलदेवराज गौरव खोसला ,विजय कुमार आदि ने कहा कि पिछले 2 साल लगातार करोना महामारी के चलते स्कूलों में फिजिकल क्लासेज न लगने के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई था आलम ये है कि 2 साल बाद पहले सेमेस्टर की फिजिकल परीक्षाएं ली गईं जिसमें विद्यार्थियों को ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों के माध्यम से उनके ज्ञान का मूल्यांकन किया गया लेकिन इस बार अचानक सब्जेक्टिव प्रश्नपत्र आने के बाद विद्यार्थी बुरी तरह से असमंजस की स्थिति में हैं, अपनी प्रभावित हुई पढ़ाई को पूर्ण करने के लिए उन्हें दिन रात मेहनत करनी पड़ रही है लेकिन वहीं इन दिनों पंजाब में 800 में मेगावाट बिजली का प्लांट बंद होने के कारण घंटों बिजली सप्लाई बाधित हो रही है जिसकी वजह से विद्यार्थी अपनी परीक्षाओं की तैयारी सही ढंग से नहीं कर पा रहे हैं। नई बनी आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा लोगों को 300 यूनिट प्रति माह बिजली के मुफ्त देने की घोषणा की गई है। लेकिन घोषणा के बाद अब आलम ये है कि राज्य में अधिकतर समृद्ध लोग ये मांग कर रहे हैं कि सरकार को मुफ्त बिजली सप्लाई यूनिट की दरें कम करनी चाहिए ताकि जनता को राहत मिल सके तथा सरकार भी पंजाब के सिर चढ़ा हुआ 3 लाख करोड़ कर्जा उतार सके। उल्लेखनीय है कि देश की स्वतंत्रता को 75 वर्ष हो चुके हैं तथा विकासशील देश होने के बावजूद भी अभी तक हम अपने देश में थर्मल प्लांट के माध्यम से बिजली की सप्लाई को पूरा नहीं कर पाए जोकि अपने आपमें दुर्भाग्यपूर्ण है। आज यहां हम भले ही विकास के दावों की ताल ठोंकते हों लेकिन सच्चाई इससे कहीं परे है ।